जुबली उत्सव पर आधारित कविता
केंद्रीय डी. सी. वाई. एम. "70वां वार्षिक शिविर " सह "75 वर्षीय हीरक जयंती समारोह मानाने जा रही है, इस वर्ष डी. सी. वाई. एम. अनुग्रहमय 75वें वर्ष में प्रवेश कर चुकी है, और इस अवसर पर डी. सी. वाई. एम के कें केंद्रीय समिति के द्वारा संत पॉल उच्च विद्यालय परिसर, में दिनांक 10 से 13 अक्टूबर 2024 तक, वार्षिक शिविर सह 75 वर्षीय हीरक जयंती समारोह – “जुबली उत्सव” का आयोजन किया जा रहा है, जिसका मूल वचन :-"परन्तु परमेश्वर का धन्यवाद हो, जो मसीह में सदा हम को जय के उत्सव में लिए फिरता है, और अपने ज्ञान का सुगन्ध हमारे द्वारा हर जगह फैलता है। (2रा कुरिन्थियों 2:14) इसी जुबली उत्सव पर आधारित छोटी सी कविता नीचे दर्शाया गया है।
जुबली उत्सव की सुगंध
परमेश्वर का धन्यवाद हम गाएं,
मसीह में जय का उत्सव मनाएं।
सदा विजय के पथ पर चलेंगे,
हर जगह सुगंध से धरती महकाएंगे।
सात दशक सेवा में बीते,
अब हीरक जयंती रंग लाए।
डी.सी.वाई.एम. के संग उत्साह,
हर दिल में नया विश्वास जगाए।
ज्ञान का दीपक हर ओर जलाएं,
सच्चाई की महक हम फैलाएं।
समर्पण से जोड़ें सबको साथ,
मसीह का प्रेम, हर दिल की बात।
परमेश्वर का ज्ञान फैले दूर,
जय के गीत हों भरपूर।
सात दशकों की धुन में बंधा,
अगले पचहत्तर की राह दिखा।
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