स्वतंत्रता दिवस (Independence Day)

                                                               

Best Independence Day Speach

स्वतंत्रता दिवस भारतीय इतिहास में महत्वपूर्ण एक दिन है जो हर साल 15 अगस्त को मनाया जाता है। यह दिन भारत के स्वतंत्रता संग्राम की यादगार और उसके महान नेताओं को समर्पित करते  है, जिन्होंने अपने बलिदान और संघर्ष से भारत को आजाद कराने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

और यह स्वतंत्रता दिवस का महत्वपूर्ण हिस्सा है जो की  देशभक्ति और गर्व के साथ मनाया जाता है।और  इस दिन को भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय रूप से मनाया जाता है और इसके अवसर पर विभिन्न स्थानों पर समारोह भी आयोजित किए जाते हैं।

स्वतंत्रता दिवस की महत्वपूर्ण घटनाओं में से एक है 'तिरंगा झंडा' का प्रदर्शन राजपथ पर लाल किले के सामने, जिसके साथ भारतीय राष्ट्रीय गान गाया जाता है। इसके साथ ही राष्ट्रपति की स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्र को संबोधित करने की प्रतिवद्धता भी दिखाई जाती है।

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर स्कूल, कॉलेज, सरकारी दफ्तर आदि में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिनमें विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ, नाटक, कविता पाठ, गाने, डांस आदि शामिल होते हैं। यह दिन भारत के गर्व और आत्मसमर्पण की भावना को मजबूत करता है और लोगों को अपने देश के प्रति समर्पित होने का महत्वपूर्ण संदेश देता है।


स्वतंत्रता दिवस की हेडिंग पॉइंट्स


स्वतंत्रता दिवस का महत्व: इस बिना संकोच की गई लड़ाई ने भारतीयों को आजादी दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

महान वीरों की यादें: स्वतंत्रता संग्राम के वीर सैनिकों की समर्पणा और बलिदान को याद करते हुए इस दिन को मनाया जाता है।

नेताओं का योगदान: महात्मा गांधी, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, सरदार पटेल, पंडित जवाहरलाल नेहरू जैसे महान नेताओं ने स्वतंत्रता संग्राम की नेतृत्व की।

राष्ट्रीय गर्व: स्वतंत्रता दिवस भारतीय जनता के लिए एक गर्वपूर्ण दिन है जब हम अपनी शौर्यगाथाओं को याद करते हैं।

आत्मनिर्भर भारत की दिशा में कदम: स्वतंत्रता दिवस पर हमें आत्मनिर्भरता की महत्वपूर्णता को समझकर आगे बढ़ने का संकेत मिलता है।

समरसता और एकता की महत्व: स्वतंत्रता संग्राम ने हमें समरसता और विविधता का संदेश दिया है, जिसके बारे में हमें सोचना चाहिए।

युवा पीढ़ी की भूमिका: आज के युवा स्वतंत्रता संग्राम के महत्व को समझकर देश के विकास में योगदान कर सकते हैं।

स्वतंत्रता का मतलब: आज के दिन हमें स्वतंत्रता का मतलब समझने का मौका मिलता है, जो हमें समाज में जागरूकता और सामाजिक सुधार के प्रति प्रेरित करता है।

स्वतंत्रता के मार्ग पर: स्वतंत्रता दिवस हमें अपने देश के मानवाधिकार, स्वतंत्रता और न्याय के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है।


स्वतंत्रता दिवस का महत्व:


आजादी की महोत्सव: स्वतंत्रता दिवस भारत की आजादी के प्रतीक और महत्वपूर्ण महोत्सव के रूप में मनाया जाता है। इस दिन को भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के नेताओं और शहीदों की स्मृति में याद किया जाता है।

गर्व और आत्मसम्मान का संकेत: स्वतंत्रता दिवस हमें अपनी देशभक्ति और आत्मगौरव की भावना से जुड़ता है। हम अपने देश के प्रति गर्व महसूस करते हैं और उसकी महत्वपूर्णता को समझते हैं।

स्वतंत्रता संग्राम के योगदान का सम्मान: स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान नेताओं और वीर शहीदों के योगदान को सम्मानित करते हैं जिन्होंने अपने जीवन की बलिदानी देकर देश को आजादी दिलाई।

नेताओं के आदर्शों का संरक्षण: स्वतंत्रता दिवस हमें महात्मा गांधी, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, सरदार पटेल, पंडित जवाहरलाल नेहरू आदि जैसे महान नेताओं के आदर्शों का संरक्षण करने की प्रेरणा देता है।

आत्मनिर्भर भारत की दिशा में प्रेरणा: स्वतंत्रता दिवस पर हमें आत्मनिर्भर भारत की महत्वपूर्णता को समझकर विकास और स्वावलंबन की दिशा में प्रेरित करता है।

सामाजिक एकता और समरसता की भावना: स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हमें समरसता, सामाजिक एकता और भाईचारे की महत्वपूर्णता को समझने का मौका मिलता है।

शिक्षा और जागरूकता: स्वतंत्रता दिवस हमें शिक्षा, जागरूकता और सामाजिक सुधार के प्रति प्रतिबद्ध होने का संदेश देता है।

राष्ट्रीय अखंडता की महत्वपूर्णता: स्वतंत्रता दिवस भारतीय जनता को राष्ट्रीय अखंडता और समृद्धि के प्रति प्रेरित करता है।

स्वतंत्रता दिवस देश की आत्मा में स्वतंत्रता, गर्व, आत्मसमर्पण और देशभक्ति की भावनाएं को उत्तेजित करता है और हमें आजादी की कठिन लड़ाई की महत्वपूर्णता को बतलाता है।


भारत को आजाद करने वाले नेताओं के नाम:


महात्मा गांधी (Mohandas Karamchand Gandhi) - अपने अहिंसा और सत्य के प्रति आदर्शों के साथ उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का मार्ग प्रशस्त किया।

नेताजी सुभाष चंद्र बोस (Subhas Chandra Bose) - उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय सेना की स्थापना की और आजाद हिंद फौज के नेता के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

सरदार पटेल (Vallabhbhai Patel) - उन्हें "लौह पुरुष" के नाम से भी जाना जाता है और उन्होंने भारतीय संघटना के माध्यम से भारत की एकता को मजबूत किया।

पंडित जवाहरलाल नेहरू (Jawaharlal Nehru) - पहले प्रधानमंत्री और स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख नेता, उन्होंने नए भारत की नींव रखी।

भगत सिंह - एक महान शहीद और आजादी संग्राम सेनानी, उनके शौर्य और बलिदान का सम्मान हमेशा रहेगा।

चंद्रशेखर आजाद - उन्होंने आजादी संग्राम में अपने शौर्य और संकल्प के साथ अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

राजगुरु (श्री राजेन्द्र प्रसाद) - भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख नेता और भारतीय गणराज्य के पहले राष्ट्रपति।

सरोजिनी नायडू - उन्होंने महिलाओं की भागीदारी में स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की महिला नेता रहीं।

ये कुछ ऐतिहासिक नेता हैं जिन्होंने भारत को आजादी दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।


भारत देश को आजाद करने के लिए कितने लोग कुर्बान हुए


भारत की आजादी प्राप्त करने के लिए अनगिनत लोगों ने अपने जीवन की बलिदानी की। इसकी सटीक संख्या कठिन है, क्योंकि इसकी गणना विभिन्न स्रोतों अद्वितीयताओं के कारण बदलती रही है।

स्वतंत्रता संग्राम के दौरान, लाखों भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के लिए अपने जीवन की बलिदानी देने के लिए तैयार थे, जिसमें आम जनता, महिलाएँ, युवा, शिक्षक, किसान, विद्यार्थी आदि शामिल थे। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में शहीद होने वालों की अंग्रेज साम्राज्य से आजादी प्राप्ति के लिए बड़ी भूमिका रही।

आजाद हिंद सरकार के नेताओं और स्वतंत्रता संग्राम संगठनों के सदस्यों में से कई लोग भी अपने जीवन की बलिदानी दे दी।

आम जनता में से भी बहुत सारे लोग ने अपने संघर्षों और समर्पण के माध्यम से आजादी की प्राप्ति के लिए काम किया।

इसलिए, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में कितने लोग कुर्बान हुए, इसकी सटीक संख्या नहीं जानी जा सकती है, लेकिन उनकी बलिदानी आजादी के प्रति उनके संकल्प को प्रमाणित करती है।


क्या भारत देश आज आजाद है ?


जी हां, भारत देश अब तक आजाद है। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के परिणामस्वरूप 15 अगस्त 1947 को ब्रिटिश शासन से मुक्त होकर एक स्वतंत्र रिपब्लिक बन गई थी। इसके बाद से भारत एक स्वतंत्र देश के रूप में अपनी आजादी का आनंद उठा रहा है और अपने विकास और समृद्धि की दिशा में प्रगति कर रहा है।

भारतीय संविधान द्वारा स्वतंत्रता के बाद से देश की संरचना, संगठन और प्रशासन की व्यवस्था तय की गई है और भारत एक लोकतंत्रिक गणराज्य के रूप में चल रहा है। भारत की सामाजिक, आर्थिक और विज्ञानिक दृष्टि से विकास और प्रगति हो रही है और दुनियाभर में एक महत्वपूर्ण देश के रूप में मान्यता प्राप्त कर रहा है।

इसलिए, भारत देश आज भी आजाद है और अपनी स्वतंत्रता की क़ीमत को महसूस करते हुए अपने विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है।


Independence Day Speach in hindi

अंग्रेजों का कल्चर पढ़ो लिखो और नौकरी करो 

सचमुच में मेरे प्रिये साथियों आज भारत देश तो आजाद है लेकिन आज भी उनकी सोच और उनकी दिया हुआ कल्चर से आजाद नहीं है, आज हरेक भारतीय के दिमाग में सेट हो चूका है उनकी सोच और कल्चर और वो कल्चर  है पढ़ो लिखो और नौकरी करो, मालिक बानने से क्या पाप लगेगा। 

जब अंग्रेज भारत आया था तो एक कंपनी को लेकर आया था 1600इस्वी में और  वो कंपनी है ईस्ट इंडिया कंपनी, यही कंपनी से शुरुआत हुआ था पढ़ो लिखो और नौकरी करो. अंग्रेजों ने कभी भी मालिक बानने का सपना नहीं दिखाया। 

आपको पता है साथियों किसी समय में तीसरा क्लास पाचवां क्लास छटवां क्लास सातवां क्लास आठवां क्लास का मान्यता होता था  और किसी समय में मैट्रिक का वैल्यू था और आज मेट्रिक का वैल्यू समाप्त है और आज ग्रेजुएशन  का वैल्यू है। 

हरेक बिद्यार्थी का दिमाग में सेट किया गया है पढ़ो लिखो और नौकरी करो मालिक बनोगे तो पाप लगेगा। जब 15 अगस्त 1947 को आजाद किया गया और अंग्रेज भारत को तो छोड़ कर चले ही गए लेकिन साथ ही साथ उनकी दिया हुआ कल्चर को भी छोड़ कर चले गए। 

और हमलोग उसी का दिया हुआ कल्चर में ही चल रहे हैं। आज हरेक स्कूल या तो कोलेज में ज्यादातर विद्यार्थी  को सिर्फ नौकरी करने के लिए एजुकेशन दिया जाता है। मालिक बानने का एजुकेशन नहीं दिया जाता है। यही कारण है आज भारत देश तो आजाद है लेकिन आज उनकी दिया हुआ कल्चर से तो गुलाम ही है।